उर्स में लोगों ने पूरी रात कब्बालियों का लुफ्त उठाया।
झांसी के टहरौली में गुराई टौरिया पर आयोजित उर्स में कब्बालों ने पूरी रात समा बांधे रखा। यहां 12 वें उर्स का आयोजन किया जा रहा है। हजरत बाबा याशीन शाह रहमतुल्लाह अलैह के स्थान पर यह उर्स पिछले 11 बर्षों से निरंतर आयोजित किया जाता रहा है।
हजरत याशीन शाह रहमतुल्लाह अलैह को हिन्दू मुस्लिम एकता के प्रतीक के तौर पर देखा जाता है। जिस कारण इस स्थान पर सभी समुदायों के लोग बड़ी संख्या में इकठ्ठे होते हैं और उर्स में आयोजित होने बाली कब्बालियों का आनंद उठाते हैं। उर्स में मशहूर कब्बाल जुनैद सुल्तानी बदायूं, तनवीर कौशर बुरहान पुर, आमिल आरिफ साबरी मेरठ ने मुसलसल कब्बालियों से समा बांधे रखा।
सुखदेव दास त्यागी ने फीता काट कर उर्स की शुरुवात की। इस मौके पर मुराद खान रनयारा, हाजी गफूर खान घुरैया, रहमान खान मंसूरी, बशीर खान मंसूरी, डॉ पीर मुहम्मद बड़ागांव, मान खां सितौरा, डॉ दुलार अहमद, असरफ खान, सारिक अली, हाजी जहीर खान, हाजी गफूर खान, मुख्तयार अहमद, जगतपाल मिश्रा, रिंकू दीक्षित, परवेज रजा, कमर खान, गुलाब खान, इजाज अहमद, सुभान उल्लाह, ताहिर खान, गुलाम मोहम्मद, तौफीक खान, अहसान खान, शहीद खान धवारी, लल्लू कंडक्टर धवारी, मोनू तिवारी, इमरान खान, मुन्ना पेप्सी, अफसर खान, जाकिर खान, दिलदार खान, शोयब खान आदि सहित सैकड़ों अकीदतमंद मौजूद रहे।