झांसी के टहरौली में इक्रिसैट परियोजना के क्रियान्वयन हेतु एक समन्वय बैठक तहसील सभागार में आयोजित की गई। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा एवं अध्यक्षता उपजिलाधिकारी टहरौली स्वेता साहू मौजूद रहीं।
इक्रिसैट के वैज्ञानिक, लेखपाल, प्रधान, वरिष्ठ नागरिक एवं तहसील प्रशाशन के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक का उद्देश्य प्रोजेक्ट में लगे वैज्ञानिक, वरिष्ठ कर्मचारी, लेखपाल, प्रधान आदि को प्रोजेक्ट के विषय मे समुचित जानकारी देते हुए आपसी समन्वय बनाना था ताकि कार्य मे किसी प्रकार का अवरोध उत्तपन्न न हो।
प्रोजेक्ट हैड डॉ रमेश सिंह ने सॉर्ट फ़िल्म के माध्यम से सूखे बुंदेलखंड और गिरते जल स्तर के बारे में बताते हुए बताया कि अगर हमने जल संचयन पर ध्यान नहीं दिया था आने बाली पीढ़ी को गम्भीर परिणाम भुगतने होंगे।
आगे कहा कि पिछले 50 बर्षों की वर्षा के आंकड़े बताते हैं कि बुंदेलखंड में लगातार वर्षा कम होती जा रही है। ऐसे में हमें जल संचयन पर ध्यान देने की आवश्यकता है। खेती के लिये भी नहरों के द्वारा सब जगह जल नहीं पहुंचाया जा सकता है। इसके लिये हमारे पास एक ही कारगर उपाय है जो कि हमारी संस्कृति में था वह है मैड बंदी, तालाब और हवेली सिस्टम के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा बर्षा जल को रोका जाए।
उन्होंने सुट्टा सिंगार में उनके द्वारा किये कार्य को बताया और उसके सुखद परिणाम भी बताए। जहां 100 फिट पर जल स्तर था वह 15 से 20 फिर पर आ गया और किसानों को सिंचाई हेतु पर्याप्त जल मिलने लगा जिससे उनकी आमदनी में करीब डेढ़ गुना बृद्धि हो गई।
राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा ने बताया कि करीब ढाई बर्षों की मेहनत के बाद यह परियोजना धरातल पर आ पाई है। उपजिलाधिकारी एवं तहसील ने प्रशाशनिक सहयोग का पूर्ण आश्वासन दिया।
आशीष उपाध्याय ने कहा कि आजादी के बाद टहरौली तहसील क्षेत्र के लिये यह परियोजना तहसील के बाद दूसरी बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने सभी से दूरदर्शी सोच के साथ सहयोग की अपील की।
इस मौके पर राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा, उपजिलाधिकारी स्वेता साहू, तहसीलदार अजय मौर्य, प्रोजेक्ट हैड डॉ रमेश सिंह, गुड्डी रानी पटेल, आशीष उपाध्याय, रामेश्वर शर्मा, गौरीशंकर सिरवैया, रविन्द्र सोनी, इंद्रपाल बुंदेला, संजीव बिरथरे, शम्भू पटेल, पुष्पेन्द्र सिंह बुंदेला, जालम आर्य, अशोक शुक्ला, पिंटू सिंह, शिशुवेन्द्र, दीपक त्रिपाठी, नेपाल सिंह, परमलाल, शिवदयाल, संजीव गुप्ता लेखपाल आदि उपस्थित रहे।