बांदा : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भले ही दिव्यांग व्यक्तियों को लेकर तमाम तरह की सहायता मुहैया कराने की बात करतें हैं. लेकिन जनपद बांदा में इससे पलट तस्वीर नजर आ रही है…गुजरे तीन महीनों से एक दिव्यांग न्याय की तलाश में दर-दर की ठोकरें खा रहा है. वहीं जनपद में काबिज योगी सरकार के मुलाजिमों द्वारा दिव्यांग शिकायतकर्ता को सीधे तौर पर नजरअंदाज किया जा रहा है….एक सड़क दुर्घटना में अपना एक पैर गवा चुके दिव्यांग की शिकायत पर अब तक मुकदमा दर्ज नही किया गया है. सिर्फ इतना ही नही हद तो तब पर हो गई. जब सदर सीओ ने एक्सीडेंट वाले ट्रैक्टर को हटा कर दूसरे ट्रैकर को दिखाने का दबाव बनाया जा रहा…अब भला ऐसे हालात में दिव्यांग जाए भी तो जाए कहां. दिव्याग की माने तो उसका सीधा आरोप है कि जानबूझकर उसका मुकदमा नही दर्ज नही किया जा रहा है. ताकि आरोपी को बचाया जा सके.
मामला खन्ना थानाक्षेत्र के खम्हरिया तिगैला का है. जहां अपने साले की शादी में दोपहिया वाहन से जा रहे अनिल कुमार यादव पुत्र रामबिहारी यादव को एक ट्रैक्टर ने जोरदार टक्कर मारकर बुरी तरह घायल कर दिया था. जिसके बाद ट्रैक्टर चालक घटना स्थल से भाग गया था. ट्रैक्टर आशाराम पुत्र जयराम सिंह निवासी सिरसी खुर्द के नाम पर रजिस्टर्ड है. बाउजूद उसके एसएचओ खन्ना द्वारा ट्रैक्टर मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज नही किया जा रहा है. पीड़ित शिकायतकर्ता कई मर्तबा आला अफसरों से न्याय की गुहार लगा चुका है बाउजूद इसके खन्ना पुलिस द्वारा मामले को लेकर लापरवाही बरती जा रही है. सड़क दुर्घटना में पीड़ित दिव्यांग का एक पैर कट चुका है लेकिन पुलिस के लापरवाह रवैये में कोई तब्दीली नही आई है. इस घटना को तकरीबन 3 महीने से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है. तो वही आरोपी ट्रैक्टर मालिक के खिलाफ कोई भी कड़ी कार्यवाही नही की गई है. डीआईजी बांदा की चौखट पर पहुचे अनिल कुमार यादव ने जब अपनी बात डीआईजी से रखी वही डीआईजी बांदा ने आश्वासन देते हुए दिव्यांग को न्याय दिलाने की बात रखी है
वही जब मीडिया बंधुओं ने डीआईजी बांदा से इस पर वर्जन लेना चाहा तो गार्डों ने गेट पर ही रोक दिया और जब फोन में वक्त की देने की बात रखनी चाही तो फोन भी नही उठाया गया अब ऐसे में पैर से अपाहिज हो चुका अनिल जाए भी तो जाए कहां.
Report : Jeetu Shrivas