झाँसी। जनपद के प्रतिष्ठित समाजसेवी डॉ० संदीप सरावगी शिष्टाचार भेंट करने तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगद्गुरु परमहंस आचार्य के अयोध्या स्थित आश्रम पहुंचे जहां डॉ० संदीप ने जगत गुरु परमहंस का माल्यार्पण कर शॉल पहनाया और आशीर्वाद लिया। हिंदू राष्ट्र की मांग को आंदोलन के रूप में पहली बार जगत गुरु परमहंस के द्वारा ही उठाया गया जिसके बाद इस मुद्दे पर कई संगठन सामने आए हैं हिंदू राष्ट्र के लिए इन संगठनों द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। अयोध्या स्थित आश्रम पर डॉ० संदीप सरावगी और जगत गुरु परमहंस आचार्य के बीच कई सामाजिक मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। जगद्गुरु परमहंस ने कहा संदीप जैसे युवाओं को राजनीति में आना चाहिए और सरकार का भी यह दायित्व है ऐसे लोगों को खोजकर शासन में स्थान दें संदीप जैसे लोगों से ही समाज का और राष्ट्र का भला होगा। हिंदू राष्ट्र विधेयक पर उन्होंने कहा मानवता को बचाने के लिए हिंदू राष्ट्र घोषित करना आवश्यक है केरल में लव जेहाद चल रहा है और बंगाल से हिंदू पलायन कर रहे हैं यह चिंता का विषय है। 56 इंच के सीने का साहस दिखाकर जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी ने अनुच्छेद 370 को हटाया है उसी तरह समान नागरिक सिविल संहिता भी लाना चाहिए। आगे उन्होंने कहा हमें मानवता को बचाने हेतु जाति, क्षेत्र, प्रांत से ऊपर उठकर काम करना चाहिए उन्होंने कहा सरकार के कई मंत्रियों से हिंदू राष्ट्र विधेयक को लेकर हमारी वार्ता हुई है उनका कहना है भारत एक लोकतंत्र है यदि जनता की मांग होगी तो हिंदू राष्ट्र पर भी विचार किया जा सकता है। आगे उन्होंने कहा मेरा कई बार झांसी आगमन हुआ है हर बार मुझे डॉक्टर संदीप की तारीफ ही सुनने को मिली है और लोगों का कहना है कि संदीप जैसे लोगों को राजनीति में आना चाहिए। जिस प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफाई कर्मियों के पैर धोकर पूरे विश्व में एक उदाहरण प्रस्तुत किया था उसी तरह डॉ० संदीप सरावगी ने भी झांसी के मुक्ताकाशी मंच पर 18 बाल्मीकि कन्याओं के पैर धोकर उन्हें विदा किया। हमें ऐसे ही युवाओं की आवश्यकता है जो जाति जैसे भेदभाव से ऊपर उठकर समाज को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं। तपस्वी छावनी सहित देश के कई धार्मिक संगठन संदीप को राजनीति में लाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं से संपर्क करेंगे। लोगों के अच्छे कार्यों में चुंबकत्व का गुण होता है उसी तरह संदीप जी समाज को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं उनके अच्छे कार्यों का प्रतिफल उन्हें एक दिन अवश्य मिलेगा। इस अवसर पर समाजसेवी डॉ० संदीप सरावगी ने कहा हमें सामाजिक एकता लाने के लिए सर्वप्रथम जातीय भेदभाव को समाप्त करना होगा जब तक हमारे अंदर जातीय विषाणु जीवित है धर्म के पतन की यह बीमारी समाप्त नहीं होगी। झांसी के समीप स्थित ओरछा मिनी अयोध्या कहलाता है ओरछा विश्व में एकमात्र स्थल है जहां भगवान राम को राजा की तरह पूजा जाता है। जनश्रुतियों के अनुसार भगवान राम दिन में अयोध्या निवास करते हैं और ओरछा में रात्रि विश्राम को आते हैं इन दोनों स्थानों का सनातन धर्म के अनुयायियों में विशेष महत्व है। जब भगवान राम ने जाति के आधार पर भेदभाव नहीं किया तो हम इंसान इन बंधनों से क्यों मुक्त नहीं हो पा रहे हैं। हमारा संगठन संघर्ष सेवा समिति सभी बंधनों से ऊपर उठकर कार्य कर रही है हमारा काम जनता के आंसू पोंछना है चाहे वह किसी भी जाति विशेष का हो। हमारा उद्देश्य है कि हम ऐसे उदाहरण प्रस्तुत करें जो समाज में भेदभाव को समाप्त कर सके और भारत विश्व पटल पर अपनी पहचान बनाने में समर्थ हो सके। इस अवसर पर संघर्ष सेवा समिति के पदाधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
Jhansi Report