ककरवई (झांसी) : सिद्ध पीठ चकाडोरी आश्रम पर चल रहे श्री श्रीराम महायज्ञ में आज तीसरे दिन दिन सुबह की बेला में यज्ञाचार्य ज्ञानेंद्र तिवारी ने समस्त आचार्यों के साथ यज्ञ राजा रामपाल सिंह सहित समस्त याज्ञिक यजमानों से बेदियों का पूजन अर्चन करवाते हुए हवन करवाया। वहीं दोपहर में मानस प्रवचन में रामशरण ब्यास ने कहा कि बड़े भाग मानुष तन पावा, सुर दुर्लभ सद् ग्रंथन गावा,, मानव शरीर प्राप्त कर सद् कर्म करते हुए ईश्वर की उपासना करना चाहिए। भागवताचार्य दीनबंधु दास ने ध्रुव चरित्र, भक्त प्रह्लाद चरित्र और नृरसिह अवतार प्रसंग पर कथा सुनाते हुए कहा कि प्रकृति साक्षात भगवान का स्वरूप है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में कम से कम पांच वृक्ष अवश्य ही लगाना चाहिए। अंत में श्री मद्भागवत महापुराण में परीक्षत बने अनुष्का विशाल द्विवेदी ने महापुराण की आरती करते हुए संत विद्वानों का सम्मान किया। वहीं आज रामलीला में धनुष यज्ञ परशुराम लक्ष्मण संवाद की लीला का बर्णन किया गया। समस्त याज्ञिक ब्यवस्थाओं का संचालन महंत राकेश दास एवं पुजारी बालक दास की देखरेख में संपन्न हो रहे हैं। इस मौके पर प्रमुख रूप से सुरेश मिश्रा, प्रेमनारायण खरे, गिरजानन्दनदीक्षित, सुरेर्न्द देवपुरिया, राधे सेठ, दयाल पांचाल, हरेंद्रसिंह यादव, अखिलेश अरजरिया, कालू मिश्रा, रिंकू गुप्ता, श्याम सिंह यादव, सहित सैकड़ों भक्तजन मौजूद रहे।
रिपोर्ट – सीपी द्धिवेदी