रिपोर्ट सोम मिश्रा
राष्ट्रीय अविष्कार अभियान के अंतर्गत आज 12 सितंबर को ब्लॉक स्तर पर बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा ब्लॉक स्तरीय विज्ञान गणित क्विज प्रतियोगिता का आयोजन शासन के निर्देशन अनुसार ब्लॉक स्तर पर सरकारी सार्वजनिक स्कूल या ब्लॉक स्तर पर बने सभागारों या कोई भी कालेजों मैं प्रचार प्रसार कराने के बाद आयोजित कराई जानी थी।
लेकिन खण्ड शिक्षा अधिकारी गुरसरांय द्वारा इसकी ना तो प्रेस विज्ञप्ति 11-12 सितंबर को प्रकाशित कराई गई न ही स्थान के बारे में कोई जानकारी दी गई और 12 सितंबर को मनमाफिक तरीके से शासन की गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए एक किसी प्राइवेट विवादित पिछले दिनों प्राइवेट शिक्षिका की नियुक्ति को लेकर चर्चा में रहा स्कूल में उक्त परीक्षा का आयोजन बताया कराया गया है।
शासन की गाइडलाइन अनुसार ब्लॉक मुख्यालय पर अथवा सरकारी स्कूल में या सार्वजनिक अर्ध सरकारी कॉलेज में उक्त परीक्षा का आयोजन होना था इसमें पूर्व से आयोजित कमेटी भी शासन की गाइड लाइन अनुसार बनाना था ताकि वास्तव में परीक्षा का उद्देश्य पूरा हो सके लेकिन इसमें भी खंड शिक्षा अधिकारी ने अपनी रणनीति मनमाफिक तरीके से कूट रचित उद्देश बनाकर शासन की गाइड लाइन का खुल्लम-खुल्ला मजाक उड़ाया है।
जिससे गुरसरांय विकासखंड क्षेत्र के दूरदराज क्षेत्र के कई स्कूल के छात्र भी इस परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो सके उधर पूरी परीक्षा का पारदर्शिता पर सवाल उठ रहा है और मनमाफिक तरीके से अपने चहेते बच्चों को खंड शिक्षा अधिकारी के चापलूस किस्म के लोगों के माध्यम से बेहतरीन स्थान देना बताया जा रहा है इस प्रकार झांसी जिले के गुरसरांय कस्बा और गुरसरांय विकासखंड खंड शिक्षा अधिकारी से लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी झांसी पर लगातार शासन की गाइडलाइन अनुसार योजनाओं का मजाक बना हुआ है।
पिछले दिनों राजकीय बालिका आवासीय विद्यालय गुरसरांय का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ था और दूसरा प्रकरण झांसी जिले के गुरसरांय खंड शिक्षा अधिकारी ब्लॉक गुरसरांय का सामने आया है कि किस माध्यम से किस जगह पर उक्त परीक्षा आयोजित होना है इसका प्रचार प्रसार क्यों नहीं कराया वहीं दूसरी ओर प्रदेश सरकार द्वारा बच्चों को सरकारी सुविधा पर पुस्तकें आदि ए टू जेड सुविधाएं प्रदान की जा रही है लेकिन आज 12 सितंबर को गुरसरांय में यह पुस्तकें आई और पढ़ाई का लगभग चौथाई समय निकल गया है और वह पुस्तकें गुरसरांय से लेकर गुरसरांय विकासखंड के ग्रामीण क्षेत्र में कैसे पहुंचेंगी कब पहुंचेगी यह तो राम जाने लेकिन पुस्तकें गुरसरांय मैं बने सरकारी कार्यालय में सही तरीके से रखरखाव करने वाला भी कोई नहीं है जिसकी यह तस्वीर 12 सितंबर की अपने में स्वयं बयान कर रही है।
राजकीय बालिका छात्रावास इंटर कॉलेज गुरसराय में जल पिछले हफ्तों में छात्रावास में रह रही छात्राओं की वहां की कर्ता-धर्ता वार्डन ने बेवजह मारपीट की और ए मामला उन दिनों गुरसरांय कस्बे से लेकर जिला मुख्यालय चर्चा में आया तो उस दिन शिक्षक दिवस होते हुए अंत में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जब शाम 5:00 बजे लगभग जांच में आई तो उन्होंने भी अपने सामने स्कूली बच्चों को धरती में बैठाया और यह मामला अखबारों और मीडिया में खूब छाया रहा बावजूद इसके शासन द्वारा कोई भी कार्यवाही ना होने का नतीजा आज 12 सितंबर की राष्ट्रीय अविष्कार अभियान अंतर्गत ब्लॉक गुरसरांय की क्विज प्रतियोगिता पूरी तरह गुरसरांय में खंड शिक्षा अधिकारी ने मजाक बना दी इससे लग रहा है बेसिक शिक्षा विभाग में खासतौर से झांसी जिले के गुरसरांय क्षेत्र में बड़े पैमाने पर शासन के नियमों के खिलाफ खंड शिक्षा अधिकारी से लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शासन की योजनाओं की धज्जियां उड़ा कर शिक्षा विभाग के लिए सरकार की मोटी पगार और सुविधाएं लेकर इसके अतिरिक्त बड़े पैमाने पर सुविधा शुल्क वसूलने का उद्योग बना दिया है।
जिला अधिकारी झांसी लगातार दिन रात सरकारी योजनाओं का धरातल पर शत प्रतिशत काम हो के लिए पूरी तरह मेहनत करते देखे जा सकते हैं लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी लगातार शासन की गाइड लाइन की धज्जियां उड़ा रहे हैं इस संबंध में कस्बे से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने गुरसरांय विकासखण्ड क्षेत्र में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश और केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण शिक्षा संबंधी योजनाओं की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।