देवरिया : कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही की अध्यक्षता में बुधवार की देर सायं विकास भवन स्थित गांधी सभागार में आगामी जुलाई माह में आयोजित होने वाले वृहद वृक्षारोपण अभियान तथा बाढ़ नियंत्रण से जुड़ी परियोजनाओं की गहन समीक्षा की गई। कृषि मंत्री ने कहा कि पौधारोपण के साथ ही उसकी सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाए। आधुनिक पद्धति से जनपद का वनावरण बढाकर जनपद को हरा भरा बनाया जाए। कृषि मंत्री ने बाढ़ नियंत्रण से जुड़ी परियोजनाओं को प्रत्येक दशा में 30 जून से पूर्व पूर्ण करने के निर्देश दिए।
कृषि मंत्री ने पूर्व के वर्षाे में हुए वृक्षारोपण एवं पौधों की स्थिति के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष पौधारोपण के पश्चात उसे जीवित बचाने पर विशेष ध्यान दिया जाए। जिन क्षेत्रों में बृहद पैमाने पर पौधारोपण किया जाएगा वहां जियो टैगिंग अनिवार्य रूप से की जाए एवं अधिकारियों द्वारा नियमित मॉनिटरिंग भी की जाए। कृषि मंत्री ने कहा कि मियावाकी जैसी आधुनिक पद्धति के माध्यम से कम समय में घने वन क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं। देवरिया में भी इस पद्धति से हरित क्षेत्र बढ़ाया जाए। कृषि मंत्री ने कहा कि 5 से 10 हेक्टेयर के भू क्षेत्रों को चिन्हित करके सघन वनक्षेत्र के रूप में विकसित किया जाए। जनपद में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, और भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड सहित विभिन्न औद्योगिक संस्थानों से सीएसआर फंड के अंतर्गत ट्री गार्ड सहित पौधारोपण कराया जाए। बंजर, खलिहान, नदी-नहरों के किनारे शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी कार्यालयों में अनिवार्य रूप से वृक्षारोपण किया जाए। पुरवा चौराहे से हेतिमपुर मार्ग पर वृक्षारोपण किया जाए। कृषि मंत्री ने कहा कि वृक्षारोपण का वृहद अभियान बिना जनभागीदारी के सफल नहीं होगा। जन को अभियान से जोड़ने के लिए विशेष जन जागरूकता अभियान चलाया जाए। लोगों को वृक्षों को गोद लेने के लिए भी प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि आम जनों को फलदार वृक्ष लगाने के लिए उपलब्ध कराया जाए। डीएफओ जगदीश आर ने कृषि मंत्री को अवगत कराया कि जुलाई माह के में 31,48,860 पौधे लगाने का लक्ष्य शासन द्वारा निर्धारित किया गया है। पौधारोपण के लिए गड्ढों की खुदाई 25 करने के निर्देश दिए गए हैं जिससे पौधारोपण के लिए भूमि की उर्वरा शक्ति अनुकूलतम स्थिति में पहुंच सके। वृक्षारोपण के उपरांत पौधों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्रबंध किए जा रहे हैं।
कृषि मंत्री ने बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं की भी समीक्षा की।।उन्होंने कहा कि समस्त तटबंधों का निरीक्षण कर लिया जाए। यदि कहीं सीपेज, रेनकट आदि मिले तो उसे 30 जून से पहले दुरुस्त कर लिया जाए। नालियों की समयबद्ध सफाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि आपदा राहत सामग्री के तहत राशन किट, दवाओं की उपलब्धता, पेयजल की व्यवस्था, पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था पूर्व में ही सुनिश्चित कर लिया जाए। कृषि मंत्री ने विद्युत व्यवस्था की भी गहन समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा दिए गए निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। विधायक रामपुर कारखाना सुरेंद्र चौरसिया, विधायक बरहज दीपक मिश्रा शाका, विधायक भाटपाररानी सभाकुंवर कुशवाहा ने जनहित से जुड़े विभिन्न मुद्दों को उठाया। जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने कृषि मंत्री को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का अनुपालन किया जाएगा।
बैठक में पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, प्रभागीय वन अधिकारी जगदीश आर, सीएमओ डॉ राजेश झा, एडीएम प्रशासन गौरव श्रीवास्तव, सीआरओ रजनीश राय, सीवीओ अरविंद कुमार वैश्य, जिला उद्यान अधिकारी रामसिंह यादव सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
Report : Arun Kumar Tiwari