एडिट By – अर्पित कुमार शर्मा 9453111997
टहरौली: विश्वप्रसिद्ध पखावज वादक राजा छत्रपति सिंह महाराज की 24 वी पुण्य तिथि बिजना किला में मनाई गई। जिसमें अखिल भारतीय संगीत सम्मेलन में कलाकारों ने राग रानियों की प्रस्तुति से वातावरण को झंकृत कर दिया।
महाराजा छत्रपति सिंह जू देव के चित्र पर माल्यार्पण करने के बाद मुख्य अतिथि चंद्रभान सिंह जू देव एवं विशिष्ट अतिथि राजाभैया जू देव ने कलाकारों का स्वागत करते हुए कहा कि महापुरुष जो कार्य करके गए है उसे भुलाया नहीं जा सकता।
इसके बाद अध्यापिका संगीता यादव ने महाराज जी के द्वारा विश्व मे संगीत की ध्वजा फहराने की जीवनी पढ़कर सुनाई।
संगीत कार्यक्रम का शुभारंभ विनोद पटेल की सरस्वती वंदना से हुआ। महाराज विजना के शिष्य पं गौरीशंकर सिरबैया ने पखावज पर चार लाल का अनोखा सोलोवादन किया। उनके साथ हारमोनियम पर लहरा संतराम नापित ने दिया। इसके बाद गुरसराय से पधारे विवेक बरसै या ने गुरु वंदना गुरुदेव दया करिये की शानदार प्रस्तुति दी।
मऊरानीपुर से पधारे भागवताचार्य पं बृजेश त्रिपाठी ने राग जोग कोंस में एक ताल एवं तीन ताल का छोटा ख्याल प्रस्तुत किया।उनके साथ तबले पर संगत पं अखिलेश त्रिपाठी ने की।
मैहर घराने के सुप्रसिद्ध सितारवादक पं परशुराम पाठक के पुत्र पं सरजू शरण पाठक ने राग भीम पलासी में विलंबित मसीत खानी एवं रजाखानी गत की अनूठी प्रस्तुति देकर वातावरण को झंकृत कर दिया।इसके बाद नेहा पटेल,तबला वादक मनोज मास्टर ने अपनी प्रस्तुति से मनमोहा। कार्यक्रम का संचालन गौरीशंकर सिरबैया ने किया।
इस मौके पर संतोष दुवे, संगीता यादव,सत्यपाल सिंह,उपेंद्र सिंह,रश्मि साहू,सजल खरे,सुंदरलाल प्रधान,महेश नापित,जब्बू नापित,रवि नायक आदि उपस्थित रहे।